दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में लॉकडाउन के पहले तब्लीगी जमात का मरकज लगा हुआ था ज़िसमें देश-विदेश से 5 हजार से ज्यादा लोग आए थे इसमें शामिल 24 जमाती अब तक कोरोना पॉजटिव पाए गए हैं और 9 की मौत हो चुकी है।
आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन का मरकज मामले का खुलासा तब हुआ जब दिल्ली में 64 साल के एक शख्स की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई. इसके बाद प्रशासन ने जांच की और पता चलने पर पूरे सेंटर को खाली कराया गया. निजामुद्दीन मरकज में 15 देशों के जमात शामिल हुए थे. अब सरकार हर उस शख्स की तलाश कर रही है जो मरकज में शामिल हुए या फिर उनके संपर्क में आए।
आपको बता दें कि रविवार से इन्हें यहां से निकाला जा रहा है. डीटीसी की बसों के जरिए 32-32 लोगों को अलग-अलग हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है। बसों में इन लोगों को दूर-दूर ही बैठाया जा रहा ह। यहां मौजूद प्रशासन, एनडीएमसी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बस में बैठाए जाने से पहले लोगों की स्क्रिनिंग की जा रही है।
निज़ामुद्दीन के आलमी मरकज़ में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को ख़ाली करा लिया गया है. इस इमारत में कुल 2361 लोग निकले. इसमें से 617 को hospitals में और बाक़ी को quarantine में भर्ती कराया गया है. 1/2
— Manish Sisodia (@msisodia) April 1, 2020
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि निजामुद्दीन मरकज को खाली करा लिया गया है। मरकज से कुल 2361 लोगों को निकाला गया है। इसमें 617 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अन्य लोगों को क्वारैंटाइन में रखा गया है।